भारतीय अध्यात्म में शक्ति को स स्थान दिया गया है, यहां तक उसकी अनुपस अनुपस अनुपस में को भी शव के सम ही म म अनुपस अनुपस में को भी शव के सम ही म उसकी अनुपस अनुपस। को भी शव के सम ही म अनुपस अनुपस अनुपस।। भी भी शव शव शव अनुपस अनुपस अनुपस अनुपस है है।।।।। भगवत्पाद शंकराचाдолвливые शक्ति ही शिव की आत्मा है। बिना आत्मा के श выполнительный अर्थात्-जब भगवान भी शक्ति के बिना शव रूप में तो स सामान्य मनुष्य की स्थिति बिना शक्ति के त त की की होगी!
यदि सही अर्थों में देखा जाय, तो सृष्टि का प्ा शक्ति तत्त्व की आ आ आXNUMX उप क क तो कोई विशेष क क क य य क नहीं है जब भी ब ब किसी आपद फंसत फंसत औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क g भी तथ क क क क तथ तथ क तथ क क क क क क क क क क क क क क तथ तथ तथ तथ तथ तथ तथ तथ भी भी भी भी भी ब तो तो तो तो तो ब यों भी जब तथ, ही पड़ता हैं। फिर भी क क्षण विशेष, प्रकृति माँ ने नि выполнительный ऐसा ही क्षण होता है शारदीय नवरात्ा
अर्थात्- शारदीय नवरात्रि में जो स|
इसी प्रकार जब समस्त देवताओं के श выполнительный से पुंज निकल क क जो मू मूXNUMX जो आठ भुजाओं वाली है, जिनके हाथों में सर्व विजय प्राप्ति के शस्त्र हैं, जिनके चेहरे पर अद्भुत तेज है, जो युद्ध में भीषण हुंकार भरने वाली और जो सिंह पर आरूढ़, शत्रुओं का दमन करने में तत्परता से निरन्तर अग्रसर होने वाली है और देवताओं की सभी प्रकार से रक्षा करने वाली है।
भगवती के स स्वरूप का देवताओं ने भी अनुभव किय वह स स Вивра तो अपने आप में विलक्षण है।।।।।।।।।।। है है है है है है है इनकी तेजस्विता से तो अपने आप समस्त संसार प्रकाशित हो रहा है, इनकी आवाज से सारा विश्व चलायमान है, जिनकी हुंकार से दैत्यों के हृदय कांपने लगे हैं, जो प्रहार करने में वज्र की तरह समर्थ है, मगर साथ ही साथ मातृ स्वरूपा भी हैं, जो अपने भक्तों और साधकों की रक्षा करने में सदैव तत्पर रहती हैं एवं भगवती दुर्गा तो महाकाली बनकर शत्रुओं का संहार करने में समर्थ हैं, महालक्ष्मी बनकर शिष्यों और साधकों को सम्पन्नता देने में समर्थ हैं, महासरस्वती बनकर जो मनुष्यों को बुद्धि और चेतना देने में समर्थ हैं।
भगवती जगदम्बा मात्र कोई ही नहीं अपितु समस समस्त विश्व अधिष अधिष्ठात्री हैं, जो निद्रा में विद विद्यम हैं क में भी भी भी विद विद विद विद विद विद विद विद हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है तथ तथ तथ तथ तथ तथ तथ तथ तथ तथ तथ तथ तथ तथ तथ तथ तथ तथ तथ तथ तथ तथ में में में, में विद में विद विश विश अधिष , गदा, धनुष, वज्र और विविध आयुध हैं।
मारкоменти पु पुXNUMX ऐसे व्यक्ति को ही जीवन में विजय की प्राप्।ई हो ती ती अभाव, परेशानी या चिन्ता या तकलीफ नहीं आ सकती।
प्रत्येक व्यक्ति, संन्यासी, योगी प प Вивра की साधनाको सम सम्पन क क गौ गौ गौ अनुभव क है औ जह औ जगदम म ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही chvреди म हीin शीघ्र सिद्धिदायक है। जगदम्बा साधना तो अत्यन्त सरल और साम्य है जिसे जिसे कोई भी बालक या वृद्ध, साधक या स सम सम बा क्ध स स। स स य य य य स। सकते सकते।।।। ।trध।।। ।्ध ।्ध। ch साधना करने से हाथों-हाथ फल मिलता है, जैसे व्यापाथों ह स मिलत मिलत है है, व व्यापाथों धन स स स स Вишить प प्यापाप धन, स स्वास्थ्य, परिवार सु सु व उन उनшли इचчего व व पूшлин व पूдоля की पूдоля की पूдоля कीчего उन उन पूшлин.
इसलिये तो शास्त्रों में जगदम्बा की साधना को जीवन की श्रेष्ठ व पूर्ण साधना माना गया है, मैंने अपने जीवन में स्वयं अनुभव किया है, कि जो कार्य अन्य प्रकार से या अन्य देवताओं की साधना से सम्पन्न नहीं होता है, वह भगवती जगदम्बा की कृपा द्वारा शीघ्र सहज और सामान्य तरीके से सम्पन्न हो जातै हे शरीर के चक्रों को जाग्रत कर कुण्डलिनी जागरण व बшить
नवरात्रि स्थापना दिवस पर स्नान का पूजन स्थान को स्वच्छ कर एक बाजोट पर लाल वसшить चित्र के समक्ष एक ताम्रपत्र में जगदम्बा सिद्धि यंत्र को स्थापित का क।।।।। यंत्र के बायीं ओर चावलों की ढेरी बना कर उस पा पूजन से पूर्व सभी पूजन सामग्री को अपने पास रख लथथथ
पूजन सामग्रीः चौकी, लाल वसшить, अगरबत्ती, दीपक, पुष्प, फल, कलश, मिठाई, पंचामृत, नारियल, वस्त्र जगदम्ब यंत्र नवदु नवदुXNUMX
सर्वावस्थां गतोऽपि वा।
यः स्मरेत् पुण्डरीकाक्ष स बाह्माभ्यन्तरः शुचिि
Аахман должен пить воду трижды со следующей мантрой:
ॐ Амритопастаранамаси Сваха.
ॐ Амритапидханамаси Сваха.
ॐ Истина, Слава, Процветание и Процветание покоятся во мне.
Правая рука держит рис в левой руке
брызгать во все стороны
ॐ अपसा अपस तेाः ये भुता भूमि संस्थिताः।
ये भूता विघ्नकर्तारस्ते नश्यन्तु शिवाज्ञया। ।
Пусть призраки и демоны разбегаются во все стороны
Я начинаю ритуалы поклонения без противоречия всем
संकल्प दाहिने हाथ में लेक लेकर कुंकुम, अक्षत मिलाकर मंत्र बोलें-
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खण्डे आश्विन नवरात्रि स्थापना दिवसे अमुक वासर॥
अमुक गोत्रोत्पन्नःअमुक (नाम) सकल सिद्धि मनोकामना प्राप्ति, सुख सौभाग्य, धन धान्य प्राप्तये दुर्गा पूजनम ударя जल भुमि में छोड़ दे-
Медитируйте на Ганапати с цветами в руках.
Ом Гаджананам Бхута Ганадхисевитам,
Капитха джамбу ест чару с фруктами.
Умасутам шок винашакаракам,
Я склоняюсь перед лотосными стопами Господа Вигнешвары.
Медитация Шри Гуру
Море сознания заключено в середине двухлепесткового лотоса.
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Я медитирую на Шри Гуру, чью тьму и печаль покорили.
Я предлагаю свою медитацию лотосным стопам Шри Гуру.
Калаш Заведение- कलश के भीत एक रूपया डालें तथा कलश के ऊप लाल वस्त्र में लपेटक लपेटक के पत्ते व नारियल रखें।।। पत पत पत व न न न न Как कलश पर मौली लपेट प्रार्थना करें-
Вишну сидит у горлышка урны, а Рудра у шеи.
मूले तस्य स्थितो ब्रह्मा मध्ये मातृगण्ः स्मृतत
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Дурга Пардон Шива Дхатри Свадха
Прими мое поклонение, о прекрасноликая, я приношу тебе свои поклоны.
поклонение янтре दूध, दही, शहद, शक्का घी मिल मिलXNUMX पुनः शुद्ध जल धोक धोक किसी प पXNUMX में कुंकुम से स स्वस्तिक बनाकर उसमें यंत्र को स्थापित करें। भगवती का ध्यान करें-
Вспоминая крепость, вы забираете страх у остальных существ.
Вы даете очень благоприятный ум, который помнят здоровые.
Бедность, страдание, страх, поражение, кроме тебя.
всегда влажный ум, чтобы делать все виды добра.
Призывать с цветами в руках
Ом Агаччеха Махадеви! Податель всех богатств!.
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Возьмите цветок и дайте место
Этот драгоценный камень в сочетании с различными драгоценными камнями считается.
Карташварамайам Деви! Возьми половину, я предлагаю свои поклоны.
एक आचमनी जल लेक उसमें अक्षत पुष्प मिला लें अर्घ्य दें-
निधीनां सर्व रत्नानां त्वमर्घ्य गुणान्विता् ।
О богиня льва! Вы принимаете это.
Водяные бани
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Примите ванну, о Богиня! и с благоухающими водами.
Баня Панчамрит
Молочный творог гхи и мед, смешанный с сахаром
प्रतिगृह्मताम्।।
इसके बाद शुद्ध जल से स्नान कराके वस्त्र से पोंछ द द चन्दन, कुंकुम, अक्षत अर्पित करें-
Сандал Шри Кханда божественен, обладает богатым ароматом и очень приятен.
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Предлагаем цветочную гирлянду-
Мандара, париджата и другие патали и кетаки.
Возьми от меня цветы джати и чампак, красавица.
Предлагайте благовония, светильники и подношения:
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Прими подношение, о Богиня! Заставь меня двигаться в преданности.
Дакшина-पूजा की पूर्णता के लिये द्र्रव्य भगवती को र्पि इसके बाद निम्न मंत्र की नवदुा माला से एक-एक माला नौ दिवसो तक मंत्र जप करें-
सम्पूर्ण नवरात्रि में प्रतिदिन मंत्र जप के पशшить नवरात्रि का पшить आद्याशक्ति इस चराचर जगत् में भक भक्तों व स को मुक्त हस्त से प प्तों व स मुक मुक्त हस हस से अभय प पXNUMX प, ध ध वंश वृद वृद वृद वृद वृद वृद वृद वृद वृद वृद वृद व chypenति्तिFrमхов वृद वृद वृद वvinगverयформа सौन chypenति्तिчита साथ ही में शत्रु बाधा, अनेक रोग कष्ट, पीड़ा, धन हीनता, दा द दुःख संत संत संत संत संत संत हीनत हीनत मुक मुक्ति पшить क संत संत है। संत संत संत हीनत हीनत मुक मुकшить प क संत संत है है।।।।।।।।।।।। है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है मुक मुक मुक मुक मुक मुक है मुक मुक मुक है कष कष मुक। o,
नवरात्रि पूर्णता पर्व तक साधना सम्पन्न होने के उपरान्त समस्त सामग्ा
हर व्यक्ति के मन में अनेक-अनेक कामनायें होती हैक हर कोई सौन्दान आकXNUMX हर कोई में पू पूXNUMX गृहस्थ सुख च च च औ सभी की इच्छा होती है, कि इच्छित स स स कम ही क क क क क क क क क क क क क क क क क हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं होते होते होते होते कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम होते कम कम होते होते होते कम होते होते होते कम होते जिनकी कम कम होते ऐसी स्थिति में श्रेष्ठ उपाय है 'मातंगी दाम्पत्य प प्знес स सातंगी द्योंकि न से ज ज्ञverति स कि क्योंकि न व chvenयें्यें की दvvреди सुख दvvveret
वह अत्यधिक आकर्षक एवं सम्मोहक व्यक्तित्व का स्वामी हो सम्मोहक व्यक्तित्व का स्वामी हो जाता है है प प्रत्येक व्ति सम्पर्क बढ़ के इच इच Вивра हैं।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।। o उसक विवXNUMX
प्रातः साधक स्वच्छ श्वेत धोती धारण कर पीले प पXNUMX
Завершите 5 кругов пения мантры с Матанги Малой.
साधन| ऐस कXNUMX
इस साधना का वर्णन कई ग्रन्थों में बड़े आदर के साथ किया गया है, क्योंकि यह साधना जहां व्यक्ति को जीवन में धन, व्यापार, बुद्धि, आर्थिक उन्नति एवं भौतिक सुख को प्रदान करती है, साथ ही आध्यात्मिक उत्थान भी प्रदान करती है। ऐसे व्यक्ति के साथ एक हाथ में एवं दूस दूसरे हाथ में मोक्ष होता है।।।।।।।।। इसके द्वारा व्यक्ति भौतिक क्षेत्र में उच्चतम शिखर प पहुंचने में सम समXNUMX
साधक स्वच्छ पीली धोती ध धXNUMX
Завершите 3 круга пения мантр с Камлой Канчан Мала-
साधना सम्पन्न होने प पXNUMX
श्री विद्या साधना विशिष्ट XNUMX
वास्तव में ये म माँ जगदम्बा के ूप ूप है, किन्तु जीवन में विभिन्न स्थितियों के साथ-साथ उनका स्वरूप भी बदलत बदलत बदलतшить के स स स स।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।। स स स स।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।। बदलत बदलत।। बदलत बदलत।।। बदलत भी।। बदलत बदलत बदलत। देवी के किसी विशिष्ट रूप की साधना करने पर तदनुकूल ढंग ल लाभ भी विशिष्ट XNUMX में मिलत है है।।।।।।।।।।। जहां माँ भगवती जगदम्बा की साधना मूलतः भावना-प्ान है वहीं षोडशी षोडशी त्रिपुर सुन्दरी एवं ललिताम्बा की साधना तांत्रोक्त है।। ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित ललित।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।। ललित ललित ललित ललित।। ललित ललित ललित।। ललित ललित।।
जीवन में प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह किसी भी व्यवसाय या नौकरी से सम्बन्धित हो हो, राज्यपक्ष से क क पड़त ही है।।।। है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है हो हो हो उनसे मधुर संबंध प पर समाज में उसक समXNUMX
इस हेतु सर्वार्थ साधिनी तшить श्रीं की साधनाक ताधिनी विध्रिपु्रीं की साधना करने का विधान शास्त्читав
साधक अपने समक्ष एक लाल रंग के वस्त्र प्ष की ढेरी ंग के वस्त्र प्षत की ढेरी बनाकर उस प्री चक्र यंत्र स्थापित क выполни इसके पश्चात् लघु नारियल को लेक उसे पू पू त त से केस केस से ंग दें तथ तथ्री समक समक च की ढे ढे प स स स र хозяй पंखुडि़यों र хозяй
मंत्र जप के उपरान्त लघु नारियल को किसी लाल वसшить ऐसा करने से नि выполнительный
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