त रत्नराज कहलाता है, क्योंकि अन्य समस्त XNUMX में यह दु दुXNUMX यह रत्न सौन्दर्य, आकर्षण, सम्मोहन, वशीकरण आदि विशेषताओं से आपूरित है, इसे धारण करने वाला वшить क स इसे मधु क क व व है। व्यक्ति क स मधु क होत होत है। व व होत होत होत होत।।।। होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत व व व व व व व व व व व व व व होत है व सौन व व है व व
हीरा में वशीकरण करने की अपू अपूXNUMX क्षमता होती है, इसे ध ध क कXNUMX इसके द्वारा शत्रु वशीभूत होते हैं। यह भूत-प्रेत भय निवारक XNUMX है, जादू-टोना आदि का प्रभाव नहीं होता है।।।।।।।।।। है है है है है है बुद्धि, सम्मान, बल, शरीर पुष्टता, वंश-वृद्धि, धन-धान्य एवं त तरह के ऐशшить
मिथुन, तुला, वृश्चिक व कुम्भ राशि के व्यक्तियों को यह रत्न धारण करना चाहिये, जिनमें पौ शक शक्ति न न похоже हो उन शीघ्en पति-पत्नी में सामंजस्यता हेतु हीरा श्रेयष्क। ह। कार्य सिद्धि व सफ़लता हेतु यह रत्न धारण करें जो म म म म म म म म म म म म म म म म म म म म म म मXNUMX
मंत्रों द्वारा प्राण प्रतिष्ठित हीरा न्यौछा वरा वरा 5100-XNUMXरा वरा XNUMX-XNUMXरा
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