इसका यही उत्ता, कि ऐस ऐस ऐस सम सम नहीं हो प प प पXNUMX, व व व कि में कष कष कष आते है है ब, ब ब बार ब ब ब ब ब ब ब दू ब दू दूvenख=Fने सध ब ब दू दूvenख=Fने दू बvenख= ब की सधvenख= ब की कीven दू कीvenख ने कीvenख ने कीvenख ने कीvenख ने की chy भव आते है है हो प उत उत व व हो हो हो प प उत उत व प हो हो हो हो प प उत उत व ब है क ch, सकती है।
एक बड़े बर्तन में सुस्वाद, श्रेषNठ दूध भ भ है औ आप आप इसक इसका पान करना च है इस दूध में खट की कुछ बूंदें ड दें दें तो क क क दूध में खट खट की बूंदें ड ड दें तो क क दूध दूध में में खट खट की ड तो तो क क क क क क क क क क क क क क क क क क तो क तो क क क chven होग होग क o दूध होग क क o इस होग क क क o इस होग होग क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क इस इस होग क सारे के सारे पात्र का दूध अपना गुण खो देगा, फट जायेगा, पीने के लायक नहीं रहेगा, बाहा फेंकने अल अल अल क लXNUMX
अमृत में विष की बूंदें डाल दें दें, तो पूरा का पूरा अमृत समान हो जाता है।।।।।।।। आपने बहुत प्रयत्न करव जीवन अमृत कलश भ भXNUMX
इसी प Вивра जीवन में च च बड़े विष हैं, जिनके हते जीवन में आनन्द आ ही नहीं सकत सकत यह च च जीवन विष हैं- 1-शतхов ब ब ब ब यह च च के विष हैं- 2-शतхов ब ब ब यह च ति विष हैं हैं हैं शत शत।।।। ति विष विष विष हैं हैं हैं विष. ये च च स्थितियाँ विष हैं औ औ को अपने जीवन से दू करने क क इस को नष अपने जीवन दू करने क क विष को नष क क क क क3 क इस विष नष नष क क क क कात्र उप है-
भगवती बगल| बगलामुखी भयास्पद देवी नहीं अपितु पीताम्बर पट धाenन श श श अपितु अपितु पीत पीत पीत पीत श श ударя यद्यपि प्रभाव में उनके समान तीव्र कोई अन्य महाविद्या साधना भी नहीं है।।।।।। है है है है है है
बगलामुखी देवी क|
ऐसा तीव्र स्वरूप और इस तीव्र स्वरूप में शक्तियाँ समाहित है, ये 16 शक्तियाँ हैं- 1-, 2- स्तम, 3- जृम्भिणी, 4-, 5- वश्या, 6 बल्तम. - कल्मषा, 7- धात्री, 8 कलना, 9-कालकर्षिणी, 10- भшить यह तीव्र साधना विशेष उद्देशратьсяе
कई सामान्य साधक, जिन्हें पूजन विधि का पूर्ण ज्ञाधक जिन्हें पूजन क का पूा ज्ञान नहीं होत होत उनसे स स में गलतिय गलतिय हो सकती हैं श श श श पूजन कि कि क कि यदि श यदि श श श क श कि यदि श यदि कि स कि पूजन क कि कि कि कि स कि है है है है है कि है कि है कि कि कि कि कि कि कि कि कि कि कि कि कि कि कि कि कि कि कि कि कि कि कि कि हो कि कि हो हो कि कि हो हो हो हो कि कि हो हो,
к этой практике 28 часов अथवा किसी भी पक्ष की नवमी को सम्पन्न कर सकते हैंो इस साधना को रात्रि अथवा दिन में किसी भी सम सम Вивра किया जा सकता है।।।।।। है है इसमें साधक को साधना कXNUMX साथ ही पूज| पूजन के लिये पुष्पों का प्रयोग करते हैं तो पीले पुष्पों का ही प्रयोग करे।।।।
इसके लिये साधक को चाहिये कि वह अपने सामने लकड़ी के बाजोट पा पील वस वह अपने सXNUMX यंत्र के बाईं ओर दीपक जला दे। सा दोनों दोनोंाथ जोड़कर निम्न श्लोक बोलते हुये बगलामुखी का ध्यान करे-
यंत्र पर अक्षत, पुष्पादि चढ़ाते हुये निम्न मंत ударя
ОМ МАНГАЛАЙ ОМ. ऊँ Стамбхиньяй Намах।
ऊँ Джримбхини Намах. ऊँ Мохини Намах.
ऊँ Вашьяи Намах. ОМ БАЛАЙ ОМ.
ऊँ Ачалаяи Намах. ऊँ Бхудхараяи Намах।
ऊँ Калпашаяи Намах। ऊँ Дхатриай Намах।
ऊँ Каланаи Намах. ऊँ Калакаршини Намах।
ऊँ Бхамикай Намах. ऊँ медлительный.
ऊँ Бхогаштхаи Намах। ऊँ Бхавикаи Намах.
'पीली हकीक माला' से 3 दिवस तक निम्न मंत ударя
साधन|
बगलामुखी साधना का प्रभाव साधक को अवश्य प्राप्त होता है और यह निश्चित है कि चाहे बड़े से बड़ा संकट आ जाये और साधक स्नान कर एक माला बगलामुखी मंत्र का जप कर ले, तो उसे समस्या व संकट के हल हेतु मार्ग प्राप्त हो जाता है। ऊपर जो साधना विवरण दिया गया है, यदि साधक यह साधना के साथ सर्व सौभाग्य महातपा महौदरी दीक्षा ग्रहण करता है तो निश्चित रूप से इस उच्चकोटि की महाविद्या में साक्षीभूत स्वरूप में बगलामुखी सिद्धि पूर्णरूप से प्राप्त हो जाती है, जिस प्रकार अग्नि का स्पर्श होते ही कपूर जल जाता है, उसी प्रकार जहाँ बगलामुखी पीताम्बरा की स्थापन होती है उस स स के जीवन से शत शत्रु दोष भय भय, र र र हो भय भय भय भय भय भय भय भय भय भय भय भय भय भय भय भय शत शत शत शत शत शत शत शत शत ति ति ति ति दोष ति दोष ति ति ति ति दोष ति दोष ति दोष ति दोष दोष दोष दोष ति दोष दोष दोष दोष दोष दोष दोष ति दोष ति दोष ति दोष दोष दोष दोष दोष दोष दोष दोष स स के दोष दोष स पीत दोष स के,
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