तлать भैरवी की साधना करने से साधक समस्त शत्रु पर विजय प्राप्त करता है च वह शत शत अधिदैविक हों अधिभौतिक हों अथवा आध च च शत शत अधिदैविक हों उसके जीवन में आ रही हर प्रकार की बाधाओं का ईमन हो हो तंत्र बाधाओं के निाण के लिए इस साधना का विशेष महत्व है।।।।।।।।।
शत्रुओं और बाधाओं का संहारक क के स ही त त्रिपुा संह क क को में यश यश म म म प प प पvenज एक उसकvenठ एक पvenठ समvenठ wing समvenज समvlती एकvenठ समven पvenन एकvenठ wing सम उसकven पvenन एकvenन एकvenन एकvenन एकven प कvenप एक कvenप सम कvenधक सम कvenधक सम कven क क chy त क उसकven दस महाविद्याओं में भगवती तшить भैरवी षष्ठ क्रम में आती हैं।।।।।। इनकी साधना से साधक को समाज में यश, सम्मान, समाज में पшить तлать भैरवी को भगवती आद्या काली का ही स्वरूप माना गया है।।।।।
पुराणों में प्रसंग आता है, कि प प्रजापति दक्ष यज यज यज यज यज क किय तो उसमें अपनी पुत पुत पुत सती उनके पति भगव शिव शिव ोध ोध ोध ोध ोध grोध wing ोध ोध ोध ोध Hetra ोध ोध wlen ोध ोध wlen ोध ोध wlen ोध ोध wingly को ज ोधen से उनका स्वरूप अत्यन्त उगшить व प्знес हो गय जिसे देखक देखक देखक भगव भगव शिव भ लगे तब ही श देखक देखक ने दस दस दस दस ने ने सती सती सती सती सती सती सती सती सती सती सती सती अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव अव потеря दक्षिण दिशा में रोकने वाली देवी त त् Как वे शत्रुओं का दमन करने वाली सर्व दुःख तारिणी तथा षट्कर्मों में उपास्या हैं।।।।।।।।।।।।।।।
पंचमी विद्या भगवती छिन्नमस्ता का सम्बन Закрыть नष्ट करने का कार्य ा राजराजेश्वरी भुवनेश्वरी जिस प्रकारक तीनों के पद भुवनेश्व की प्रकारक तीनों के पद पदार्व की क कшить क हैं प प पद्रकाा
भगवती त्रिपुर भैरवी स्वरूप भैरवी यामल तंत्रवी त्वverूप भैरवी यामल तंत्रवी तшить त्िपुve भै सθमल तंत्रिपु त्रिपुरिपुरिपु भैरवी के स्वरूप को निम्न प्रक से स स स स स स मंत मंत मंत मंत मंत मंत मंत मंत मंतXNUMX
Просмотреть еще
Просмотреть еще
हस्ताब्जैा
Выбрать
भगवती तшить भैरवी की देह कान्ति उदीयमान सहस्त्र सूर्यों की कान्ति के समान है।।।।।।।।।। है है Закрыть उनके गले में मुण्ड माला तथा दोनों स्तन XNUMX से लिप्त हैं।।। वे अपने ह| रक्त-कमल जैसी शोभा वाले उनके तीन नेत्र हैं। उनके मस्तक पा
वराही तंत्र में लिखा है, कि बшить तлать भैरवी साधना के सन्दर्भ में मुझे सन् 2012 की घटन घटना याद आती है जब मेरा ट्रांसफर राजस्थान के शह में थ थ थ थ थ थ्रांसफ выполни एक दिन अच अच ही में मे मे मे सीने तेज द द द द हुआ मैं छटपट छटपट छटपट लग लग लग मे स द दाम क क वाने लग मुझे मे तुXNUMX Закрыть मेरे साथी समझ नहीं प पाये कि ये अचानक क्या हो गय इससे पहले तो ऐस ऐस कभी नहीं हुआ।।।।।।।।।।। लगभग चार घण्टे हॉस्पिटल में इलाज लेने के बXNUMX मैं ूप रूप से दवा लेता रहा, परन्तु डॉक्टा इसलिए उन्होंने मुझे क करवाने के लिए दुबाा आने कहक कहकर डिस्चाen
लगभग पांच-छः दिन गुज गुज गुज थे अच अचानक मे выполнительный उसे भी तुरन्त हॉस्पिटल ले जाया गया, प выполнение डॉक्टरों ने भी मे मेरा वाला इलाज देकर छुट्टी कर दी और चैकअप करवाने की सलाह दे दी।।।।।।। दी दी दी दी दी दी दी दी दी दी दी दी दी दी दी दी दी दी दी दी दी।।।।।।।।।।।।।। दे दे दे दे दे दे दे दे दे दे दे दे दे
पन्द्रह दिनों अन अन Вивра ही हम दोनों पति-पत्नी ने अपन चैकअप करवा लिया, परन्तु उस में हम हम कोई बीम बीम नहीं निकली।।।।।।।।।।।।। उस चैकअप हम हम हम कोई बीम नहीं निकली।।।।।। उस उस में हम हम कोई बीम बीम नहीं।।।।।। चैकअप चैकअप हम हम हम कोई कोई बीम बीम निकली।।। चैकअप में इसके बाद पшить समझ नहीं आ रहा था कि ये सब कैसे हो रहा है?
अब मेरा ऑफिस क काम करने का दिल क करता थ एक अजीव कमजो कमजोरी हर समय होती हती हती। मैं कुछ चिड़चिड़ा सा भी हो गया था। बात-बात में झगड़ा, गाली-गलौज करना, घर का समान उठाक फेंक देन देन मे मेरी आम जिन्दगी में श हो चुक चुक थ सब मे मे मे आम जिनtrदगी श श चुक चुक थ सब मे मे मे मे जिन जिन जिन में श श श श श श जिन जिन जिन जिन जिन जिन जिन जिन जिन जिन जिन जिन जिन जिन जिन जिन जिन जिन चुक चुक चुक चुक चुक चुक चुक चुक चुक चुक चुक चुक चुक चुक चुक चुक चुक चुक चुक आम आम आम आम आम आम आम आम चुक आम आम चुक चुक चुक
Закрыть उसकी हर कोशिश के बाद भी आर्थिक स्थिति दिनों दिन न्यून होने से उदास तो थ थ अब गुस्से में औ चिड़चिड़ेपन भी हने लगा। हमारा हंसता-खेलता परिवार देखते-देखते ही उदास औा धीरे-धीरे मेरे मित्र भी मुझसे कटने लगे।
यों ही दिन मैं ज जXNUMX e थ थ बस स स स स प प गु गु गु गु के के शिवि के पोसшить ने आकृष्ट किय पोस्टा यों तो मैं साधना, मंत्र- यंत्र में विश्व| शिविर में पत्रिका प्राप्त की औ्य गुा जी मिल मिल मिल मिल मिल मिल मिल मिल मिल मिल मिल मिल मिल मिल मिल मिल मिल की त त मैंने बय की समस्या गु की ज ज की त त बय। औ अपने अपने की ह ह क व व व व किय किय किय घ अपने अपने घ घ की ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की त की ह की त उनके अलौकिक व्यक्तित्व को देखकर ही मेरा रोम-ew सच कह तो मुझे लग) तभी पूज्य गुरूदेव गम गम्भीर वाणी गूंजी- 'तुम्ह| तो पूरा घर तंत तंत्र तुम्हा तो पू्हा घ ही तंत्र बाधा से है तुम, तुम्ह बेटे क क क कXNUMX ठीक किया जो तू यहां चला आया, अब सब ठीक हो जाएगा। तेरे मितшить ही तेरे शत्रु बन चुके हैं, तू बहुत ज्यादादा संकट में है '
गुरूदेव की बात सुनते मे मे मे आंख से आंसू बहने औ औ स| मेरे मुंह अन अनायास ही निकल पड़ा गुरूदेव अब मे मे कोई भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता। तब गुरूदेव ने स सXNUMX की विधि देते हुए एक यंत यंत व व माला भी दी दी जिसे पшить आज मेरी स्थिति पहले से कई गुना अच्छी है और पूज्य गुरूदेव मेरे पूरे परिवार के गुरू हैं।।।।।। मंत्र- तंत्र तो अब हम हमारे लिये प्राण बन हैं अब इसकी आलोचनXNUMX क क दू दूXNUMX पाठकों के लाभ के लिये वही स सXNUMX ये साधना वास्तव में तीनों लोकों के शत्रुओं का संहार करने में सक्षम है तथा बड़े से बड़ा तंत्र प्रयोग इसके माध्यम से दूर हो ही जाता है, ये मेरा अनुभव है, मेरे लिए तो ये साधना पूज्य गुरूदेवजी का प्रदान किया हुआ वरदान ही है।
Трипура Бхайрави Садхана Видхан
इस साधन| यह साधना आप किसी समय क क सकते हैं हैं, प्रातः काल की ये साधना विशेष फलदायी है।।।।।।।। है
साधक स्नान आदि करके पूर्वाभिमुख होकर साधना सम्पन्न करे।। पीली धोती, पीला वस्त्र धारण करें। गुरू पीताम्बर अवश्य ओढ़ लें और अपने सामने चौकी पर पीला वस्त्र बिछा लें, उस पर त्रिपुर भैरवी यंत्र और त्रिशक्ति गुटिका स्थापित कर, यंत्र पर कुंकुम की तीन बिन्दियां लगाएं संक्षिप्त गुरू/गणेश पूजन कर फिर धूप व दीप लगायें, दीप घी का ही होना चाहिए।
присвоение
अस्य त्रिपुर भैरवी मंत्रस्य दक्षिणा मूर्ऍति ोति ोतिि
छन्दः त्रिपुर भैरवी देवता ऐं बीज ह्रीं शक्तिॕऀ ल
Keelkam Maha Abhisht Siddhiye Jape Viniyog:.
Караньи
हसरां अंगुष्ठाभ्यां नमः।, हसरीं त выполнительный
मध्यमाभ्यां नमः।, हसरै अनामिकाभ्यां नमः।, हसंर।
Просмотреть еще
Хридади Шандганьяс
Хасран Хридай Намах, Хаснри Ширс Намах,
Хаснру Шихайе Вашат. Хусрай Кавачай Ху, Хуснрау Нетрай
Vausht., Hasnr: Astraya Phat.
Медитация
निम्न ध्यान मंत्र से भगवती त्रिपुर भैरवी क।ाध।य ध।य
Просмотреть еще
Просмотреть еще
हसлать
Выбрать
ध्यान के पश्चात् त्रिपुा
जप समाप्ति के बाद दूध से बना भोग लगाये। अगले दिन यंत्र माला और गुटिका को किसी नदी विस विसर्जित कर दें
Обязательно получить Гуру дикша от почитаемого Гурудева до выполнения любой садханы или принятия любой другой дикши. Пожалуйста свяжитесь Кайлаш Сиддхашрам, Джодхпур через Эл. адрес , WhatsApp, Телефон or Отправить запрос чтобы получить посвященный энергией и освященный мантрой материал садханы и дальнейшее руководство,